चंडीगढ़ के बहाई भवन में
22 दिसम्बर
2012 से 4 जनवरी 2013 तक एक संस्थान अभियान का आयोजन
किया गया। इस अभियान में 15 मित्रों ने भाग लिया। 10 मित्रों ने पुस्तक-1 और 5 तथा 4 मित्रों ने पुस्तक-7 का अध्ययन पूर्ण किया। इस अभियान में सभी प्रतिभागी
बहुत प्रसन्न थे और बहाउल्लाह के लेखों का अध्ययन करने के उपरान्त उनमें से
प्रत्येक में परिवर्तन देखा जा सकता था। अपने बच्चों में इस परिवर्तन
को देखते हुए अभिभावक भी बहुत खुश थे। 4 जनवरी समापन समारोह के दिन
सभी प्रतिभागियों के अभिभावकों को भी बहाई भवन में आमंत्रित किया
गया, लगभग 15 अभिभावक उपस्थित
हुए। श्री विनोद छेत्री ने समाज की समुन्नति में बहाई धर्म के
उद्देश्य के बारे में बताया। श्री नंदकिशोर ने चार मूलगतिविधियों के
बारे में बताया जिन्हें बहाई समुदाय द्वारा सारे विश्व में चलाया जा
रहा है। श्री पुरन कटवाल ने अभिभावकों से अनुरोध किया कि वे
युवाओं को समर्थन दें ताकि वे अपना समय किशोरों के साथ कार्य करने
में समर्पित करें और उन्हें सशक्त करें, रूही संस्थान के द्वारा तैयार
की गई सामग्री के व्यवस्थित अध्ययन के माध्यम से अपनी अभिव्यक्ति
की शक्ति और जीवन में सही निर्णय लेने की क्षमता
विकसित करें।
Monday, July 22, 2013
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