‘‘हे मेरे ईश्वर! मेरे परमेश्वर! अपने सेवकों के हृदयों को एक कर दे और उन पर अपना महान उद्देष्य प्रकट कर। वे तेरी शिक्षाओं पर चलें और तेरे नियमों पर अटल रहें। हे ईश्वर! उनके प्रयास में तू उनकी सहायता कर और उन्हें तेरी सेवा करने की शक्ति प्रदान कर। हे ईश्वर उन्हें उनके स्वयं के ऊपर न छोड़, उनके पगों का, अपने ज्ञान के प्रकाश द्वारा मार्गदर्शन कर और उनके हृदयों को अपने प्रेम से आनंदित कर दे। सत्य ही तू उनका सहायक और स्वामी है।’’
Tuesday, January 24, 2012
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1 comments:
Nice one
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