Sunday, September 5, 2010

भोपाल में पारिवारिक सम्मेलन सम्पन्न

भोपाल में आयोजित पारिवारिक सम्मेलन के प्रतिभागी समूहों में रिज़वान संदेश-2010 का गहन अध्ययन करते हुए श्री पयाम शोगी
क्षेत्रीय बहाई परिषद मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ द्वारा भोपाल में 12 से 14 जून 2010 तक तीन दिवसीय पारिवारिक सम्मेलन आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ प्रार्थनाओं से किया गया है, उसके उपरान्त अतिथियों का स्वागत कर सलाहकार श्री सतीश मितई ने अपने उद्बोधन में बताया कि हम इन तीन दिनों को विश्व न्याय मन्दिर की इच्छानुसार विशेष तैयारी के दिन के रूप में लेते हुए अपने लक्ष्यों की ओर बढ़ेंगे। इन्दौर से आईं डॉ. श्रीमती ताहिरा वज्दी ने सम्मेलन से अति प्रसन्नता जाहिर करते हुए उपस्थित मित्रों को बहाई संविदा के बारे में बताया। राष्ट्रीय बहाई आध्यात्मिक सभा के अध्यक्ष प्रोफेसर मंगेश तेली ने रिज़वान संदेश 2010 के अनुरूप अपना लक्ष्य चुनने के लिए पावर प्वाइंट के माध्यम से बताया कि अपनी कमजोरियों और कमियों को नजर अंदाज करते हुए सिर्फ अपने लक्ष्य की ओर निरन्तर बढ़ते जाने से सफलता सुनिश्चित है। दोपहर के भोजनोपरान्त सत्र की अध्यक्षता सहायक मण्डल सदस्या डॉ. (श्रीमती) रोजा ओल्याई द्वारा की गई, इस सत्र का शुभारम्भ डॉ. (श्रीमती) शिरीन महलाती द्वारा रिज़वान संदेश एवं जनगणना 2011 पर आधारित वक्तव्य से हुआ, कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए बहाई पब्लिशिंग ट्रस्ट के प्रबन्धक श्री अरुण कुमार सिन्हा ने प्रभुधर्म के प्रसार में बहाई साहित्य के महत्व के विषय में बताया और ट्रस्ट द्वारा तैयार किये गये विभिन्न एवं महत्वपूर्ण बहाई साहित्य प्रत्येक बहाई को प्राप्त हो सके इसके लिए कई तरह की रियायतों की जानकारी भी दी। कोटा, राजस्थान के बहाई श्री प्रकाश नारायण मिश्र ने अपने वक्तव्य में बहाउल्लाह के अवतरण संबंधी विभिन्न भविष्य-वाणियाँ जो हिन्दू धर्मशास्त्रों में विद्यमान हैं के बारे में बताया तथा सम्मेलन में आकर्षण के केन्द्र रहे। शाम को परिषद सदस्य श्री मनीष चौहान ने अपनी सांस्कृतिक मण्डली की मदद से उस शाम को सुहानी बना दिया, विभिन्न समूहों के हर उम्र के बहाई कलाकार और गायकों ने अपनी- अपनी प्रतिभा को प्रस्तुत कर श्रोताओं को मन्त्रमुग्ध किया।

सम्मेलन के दूसरे दिन के पहले सत्र की अध्यक्षता सहायक मण्डल सदस्य श्री पातीराम नरवरिया द्वारा की गई। राष्ट्रीय सभा के कोष संबंर्धन विभाग के प्रमुख डॉ. नेसन ओल्याई ने बहाई कोष पर आधारित अपने वक्तव्य एवं पावर प्वाइंट प्रस्तुति के माध्यम से उपस्थित मित्रों में एक नव चेतना जागृत कर दी। हुकूकुल्लाह बोर्ड की सदस्य डॉ. महालाती ने ईश्वर का अधिकार (हुकूकुल्लाह) विषय पर बोलते हुए उपस्थित प्रतिभागियों को एक नई दिशा प्रदान की।

राजस्थान के जयपुर की सुश्री सहर ने लोगों को बताया कि इस पाँच वर्षीय योजना के शेष दिनों में हमारी कार्य शैली विश्व न्याय मन्दिर द्वारा रिज़वान संदेश 2010 में बताए मार्गदर्शन के अनुरूप होनी चाहिए। श्री पयाम शोगी ने पारिवारिक सम्मेलन के अवसर पर बोलते हुए कहा कि मध्य प्रदेश-छत्ताीसगढ़ के बहाइयों के लिए यह पारिवारिक सम्मेलन जहाँ उत्साह मनाने का एक स्थल है वहीं यह एक विशाल, प्रभावकारी एवं ऐतिहासिक सम्मेलन के रूप में याद किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पूर्व के वर्षों में की गई मेहनत के परिणाम अब दिखने शुरू हो गए हैं। रिज़वान संदेश-2010 के कुछ चयनित पदों के अध्ययन हेतु श्री शोगी ने उपस्थित मित्रों को अलग-अलग समूहों में विभाजित कर अध्ययन-मनन में सहयोग किया, सभी समूहों ने अपनी सीख भी प्रस्तुत की।

तीसरे दिन श्रीमती साधना मित्रा ने अत्यन्त प्रभावपूर्ण ढंग से एक बहाई की वास्तविक पहचान को बताने का प्रयास अपने वक्तव्य एवं पावर प्वाइंट द्वारा किया। रिज़वान संदेश के शेष चयनित भाग का अध्ययन पुन: मित्रों ने अपने-अपने समूहों में बैठकर किया तथा सभी सघन विकास वाले समूहों के लिए योजना बनाई गईं। पारिवारिक सम्मेलन के अंतिम सत्र की अध्यक्षता सहायक मण्डल सदस्य श्री रोशन लाल पटेल द्वारा की गई, श्री रोशन लाल ने सलाहकार श्री सतीश मतई को आमंत्रित करते हुए मार्गदर्शन प्रदान करने का निवेदन किया। सलाहकार महोदय ने पूरे तीन दिन मित्रों के साथ बिताने के बाद अपने वक्तव्य में योजना के सफल क्रियान्वयन हेतु शुभकामनाएँ देते हुए कुछ अनुभवों को भी बताया। अंत में डॉ. सलील बरतर और परिषद के सचिव श्री एस एन पटेल द्वारा उपस्थिति मित्रों को धन्यवाद ज्ञापन दिया गया।

1 comments:

Anonymous said...

Payam Shoghi is a criminal