बहाउल्लाह का जन्म तेहरान (ईरान) में 12 नवंबर 1817 में हुआ था। वे कभी स्कूल नहीं गए पर उनके पास ज्ञान का अथाह भंडार था। उन्होंने जो शिक्षा हासिल की वह घर से ही मिली। बहाउल्लाह जब 22 साल के थे तब उनके पिता का निधन हो गया था, वे मंत्री थे। इसके बाद प्रधानमंत्री ने बहाउल्लाह को उनके पिता की जगह मंत्री बनाने का प्रस्ताव रखा पर उन्होंने नहीं माना। इसके बाद उन्होंने बहाई धर्म की स्थापना की। इस बीच उन्होंने निराकार ईश्वर का सिद्धांत देकर सभी धर्मो को जोड़ने का प्रयास किया। उन्होंने कहा नाम अलग-अलग हो सकते हैं पर ईश्वर तो एक ही है।
ने 100 से ज्यादा पुस्तकें और हजारों प्रार्थनाएं लिखी थीं। बहाई धर्म की शुरुआत करीब 150 वर्ष पहले ईरान से हुई थी। इसके बाद अमेरिका, ईरान, इंग्लैंड और भारत में काफी संख्या में अनुयायी हैं। पूरी दुनिया में बहाई धर्मावलंबी हैं, जो बहाउल्लाह को ईश्वरीय अवतार मानते हैं।
Monday, October 12, 2009
कौन थे भगवान बहाउल्लाह?
Posted by bhartiya-bahai at 8:36 AM
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