Thursday, June 16, 2011

ओडि़शा में तीन दिवसीय संस्थागत परामर्श बैठक

ओडि़शा में हुई संस्थागत परामर्श बैठक के प्रतिभागी   
राज्य बहाई परिषद ओडि़शा द्वारा 30 अप्रैल से 2 मई 2011 तक बहाई समुदाय में सेवारत संस्थानों और एजेंसियों के लिए तीन दिवसीय संस्थागत परामर्श बैठक का आयोजन भुवनेश्वर में किया गया, जिसमें लगभग 88 मित्रों ने भाग लिया। इस बैठक का उद्देश्य राज्य में एक नई सार्वभौमिक योजना आरम्भ करना और सर्वोच्च संस्था के नये दृष्टिकोण को अनुयायियों के समक्ष लाना था।
संस्थागत बैठक का पहला दिन प्रार्थनाओं से आरम्भ हुआ, उसके उपरान्त विश्व न्याय मन्दिर के 1 जनवरी 2011 के संदेश का अध्ययन किया गया। मित्रों ने छोटे-छोटे समूहों में विभाजित होकर इस संदेश का अध्ययन कर इस पर चर्चा की और साथ ही, ‘‘विकास के कार्य और वृद्धिगत प्रबलता’’ विषय पर समीक्षा भी की। सहायक मण्डल सदस्य श्रीमती अनुसाय साहू ने समुदाय- समूहों की दोहरी गतिविधि में शिक्षण और उसके महत्व का चित्रण करने के लिए एक विशेष वातावरण तैयार किया। रिज़वान 2010 के संदेश के अनुच्छेद पर आधारित इस विषय पर सामूहिक चर्चा की गई। शाम के समय प्रश्नोत्तर सत्र चला जिसमें मित्रों ने प्रश्न पूछकर अपने संदेहों को दूर किया। ओडि़शा राज्य के और पड़ोसी राज्य पश्चिम बंगाल से आये युवाओं ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किया।
बैठक के दूसरे दिन श्री सूर्यप्रकाश दास ने ‘‘सीखने की सीमा को आगे बढ़ाना’’ विषय पर चर्चा की और नीमापाड़ा, भुवनेश्वर, सुन्दरगढ़ और पुरी समुदायसमूहों के चुने हुए मित्रों ने अपने प्रयासों और उपरोक्त विषय पर पिछली योजना के दौरान की गईं गतिविधियों को आपस में बांटा। बहुत से मित्रों ने मील के पत्थर के बारे में बताया जो वे विस्तार और सुगठन प्रक्रिया के दौरान पार चुके थे और वे बहाउल्लाह की विश्व व्यवस्था को एक समृद्ध और गतिशील निरंतरता की राह पर देखकर चकित थे। 
सहायक मण्डल सदस्य श्री समीर रंजन ने एक अति महत्वपूर्ण विषय ‘‘प्रशिक्षण संस्थान की क्षमता बढ़ाना’’ पर प्रकाश डाला। उन्होंने सार्वभौमिक योजना में संस्थान कोर्स और संयोजकों की भूमिका के विषय में बताया। मित्रों ने यह जाना कि किस प्रकार प्रशिक्षण संस्थान मानव संसाधनों के माध्यम से गति प्रदान करते हैं। 
‘‘स्थानीय आध्यात्मिक सभाओं को सुदृढ़ बढ़ाना’’ विषय पर चर्चा की गई। बहुत सी स्थानीय आध्यात्मिक सभाओं के नवनिर्वाचित सदस्य इस सर्वमहान धर्म में स्थानीय आध्यात्मिक सभाओं के ओडि़शा में तीन दिवसीय संस्थागत परामर्श बैठक एक दिव्य संस्थान के रूप में स्थान और दायित्व के विषय में जानकर पूर्ण रूप से प्रभावित थे। सभी मित्रों ने समुदायसमूह के मुताबिक समूहों में विभाजित होकर अगले एक वर्ष के लिए योजना बनाई। उन सभी का ध्यान नये विषय विकास कार्यक्रम पर केन्द्रित था। कुछ विकसित समुदायसमूहों ने आने वाले वर्षों में सीखने की सीमा को आगे बढ़ाने के लिए योजनायें बनाईं। योजना सत्र के दौरान प्रतिभागियों में प्रबल उत्सुकता देखने को मिली। 
बैठक के अंतिम दिन श्री तुराज मोग्बेलपुर ने मित्रों को दिल्ली स्थित बहाई उपासना मन्दिर की 25वीं वर्षगांठ के विषय में और इसके लिए राज्य बहाई परिषद की विशेष योजना के बारे में बताया। उन्होंने बहाई कोष के महत्व पर भी प्रकाश डाला। बैठक को पूर्ण रूप से सफल बनाने के लिए परिषद की ओर से परिषद के सचिव ने सभी उपस्थित मित्रों को धन्यवाद ज्ञापन दिया।

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