Thursday, June 16, 2011

महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती प्रतिभा देवी सिंह पाटील से बहाई प्रतिनिधियों की मुलाकात

राष्ट्रपति से मुलाकात के दौरान स्मृति चिह्न भेंट करते हुए बायें से दायें-डॉ. ए. के. मर्चेंट, सलाहकार श्री राजन सावंत, महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती प्रतिभा देवी सिंह पाटील, श्रीमती ज़ीना सोराबजी और सुश्री नाज़नीन रौहानी
भारत की महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती प्रतिभा देवी सिंह पाटील से सलाहकार श्री राजन सावंत, राष्ट्रीय आध्यात्मिक सभा के सदस्य- श्रीमती ज़ीना सोराबजी, डॉ. ए. के. मर्चेंट और सुश्री नाज़नीन रौहानी ने 3 मई 2011 को मुलाकात की। इस मुलाकात का उद्देश्य राष्ट्रपति को बहाई उपासना मन्दिर की 25वीं वर्षगांठ के समारोह के विषय में बताना था और साथ ही, भारत के बहाई समुदाय की ओर से धन्यवाद ज्ञापन देना था। श्रीमती पाटील को प्रभुधर्म के प्रमुख सिद्धांतों के बारे में बताया और इस बात पर बल दिया कि इस लम्बे-चैड़े सम्पूर्ण भारत में 20 लाख से अधिक बहाई रहते हैं। राष्ट्रपति ने प्रभुधर्म के विषय में और अधिक जानने की इच्छा व्यक्त की और उन्होंने बहाई साहित्य भेजने के लिए भी कहा। राष्ट्रपति श्रीमती पाटील को बताया गया कि बहाई मन्दिर न केवल बहाइयों से सम्बन्धित एक इमारत है बल्कि वास्तव में यह एक राष्ट्रीय स्मारक है और दिल्ली सरकार ने गणतंत्र दिवस की परेड में बहाई मन्दिर को साम्प्रदायिक सद्भाव तथा एकता के संदेश के रूप में दर्शाया था। श्रीमती पाटील ने कई वर्ष पहले अपने मन्दिर भ्रमण को भी याद किया और उस पर टिप्पणी करते हुआ कहा कि वह कितना सुन्दर था। श्रीमती पाटील को बहाई उपासना मन्दिर की 25वीं वर्षगांठ के लिए विशेष रूप से बनाया गया स्वर्ण मणित स्मृति चिह्न भेंट किया गया।

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